रविवार, 6 नवंबर 2011

पायल कंगन झुमके बिंदिया


 




पायल कंगन झुमके बिंदिया
चोर चुरावें मेरी निंदिया ||1
दधक दधक जियरा दधकै
बरसे छम छम बारिश बुंदिया ||2
धडक धडक धड्कावे दिल को
चकवा चितवे है चंदिया  .3
डग मग डग मग डोल रही है ;
नय्या के अंग संग ही नदिया .4
उस को  भूला अपना वादा
रूँ आँसी है मन की बगिया5
दीप जीरवी