महक उठेगी रात की रानी
तेरी वेणी में सज कर ही.
चंदनिया शीतल हो गी पर
तेरी काया से लग कर ही .
सुमन सुशोभित हों उप वन में
तेरे आँचल के छूते ही
मानस तल पर विविध छटाएं
बिखरें तुम को छू पल भर ही .
मन मयूर करे नृत्य सुहाना
पुलकित होता हर्षाता है
जब छाते हैं कुंतल
बस तेरे मुख के नभ पर ही
मन की सीमा से आगे भी
देखो कई असीम गगन हैं
सोच विहग है आतुर पल पल
मेरा मन सुख के पथ पर ही .
दीप ज़ीरवी 9815524600
तेरी वेणी में सज कर ही.
चंदनिया शीतल हो गी पर
तेरी काया से लग कर ही .
सुमन सुशोभित हों उप वन में
तेरे आँचल के छूते ही
मानस तल पर विविध छटाएं
बिखरें तुम को छू पल भर ही .
मन मयूर करे नृत्य सुहाना
पुलकित होता हर्षाता है
जब छाते हैं कुंतल
बस तेरे मुख के नभ पर ही
मन की सीमा से आगे भी
देखो कई असीम गगन हैं
सोच विहग है आतुर पल पल
मेरा मन सुख के पथ पर ही .
दीप ज़ीरवी 9815524600
2 टिप्पणियां:
Happy Valentine Day Gifts Online
Happy Valentine Day Roses Online
Happy Valentine Day Cakes Online
Birthday Gift Ideas | Best Birthday Gifts Online
एक टिप्पणी भेजें